Real life inspiring stories that touched heart in hindi | दुनिया पागलों ने बदली है

Real life inspiring stories that touched heart in hindi | दुनिया पागलों ने बदली है

Self Analysis-A struggle

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और वहीं दूसरी ओर माधुरी है जिसकी आंखों में ना नींद है ओर ना ही वो कोई काम में व्यस्त है।।

 

अब तो सड़के भी सन्नाटा हो गई है। गाड़ियों की आवाजे आने भी बंद हो गई है।।  Best Short Inspirational story in Hindi0 

 

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और तो और कुत्तों के भौकाने की आवाज नहीं आ रही शायद वो भूखे ही सो गए।।

 

दिल और दिमाग के बीच एक अलग हीं दीवार होती है जो सदियों से चली आ रही है।एक उद्ध चल रहा है जहां दिल कुछ और कहता है और दिमाग कुछ और..।।

 

दोनों ही अपनी अपनी जगह सही होते है पर सोचने की बात ये है कि माधुरी किसकी बात सुने ।

 

कहते है  दिमाग सोचने के लिए होता है और दिल प्यार के लिए..।लेकिन जब दिमाग कुछ सोच ही नहीं पा रहा हो तो… तब कोई क्या करे..?।।

 

इसका जवाब तो खुद माधुरी भी ढूंढ रही थी,जो अब तक उसे नहीं मिला ।।कहना तो थोड़ा मुश्किल है ही ऐसे वक़्त में किसकी सुननी चाहिए पर आखिरकार फैसला तो लेना ही पड़ता है।।

 

स्कूल पास हुए  माधुरी को पांच साल हो गए थे और वो आज भी ऐसी ही घर में बैठी हुई थी। अब तो बारहवीं पास हुए तीन साल हो गए ,पर अभी भी वो अपनी ज़िन्दगी में कुछ खास नहीं कर पाई थी।।

 

उसके सारे सहपाठी अपनी अपनी ज़िन्दगी में कुछ बढ़िया कर रहे थे और अब बारहवीं के दोस्तो का नाम भी शामिल हो गए थे।

 

तो ऐसे में माधुरी का अपने भविष्य को लेकर चिंतित होना बहुत लाजमी था।

 

माधुरी भोजपुर के आरा जिले की निवासी थी।उसकी बारहवीं तक की पढ़ाई वहीं के गर्ल्स कॉलेज से हुई।पढ़ाई में बहुत तेज़ तो नहीं थी पर अपने शिक्षकों के नजर में एक अलग ही छवि बना रखी थी।।

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माधुरी बारहवीं की पढ़ाई पूरा करने के बाद उसे मेडिकल छेत्र में रुचि थी.. , इसीलिए वो “नीट “की  परीक्षा की तयारी अपने घर पर ही रह कर करती थी।

 

दो_तीन साल तयारी करने के बावजूद उसका चुनाव नहीं हो पा रहा था। ऐसे में बहुत परेशान रहने लगी ,उसे ये समझ नहीं आ रहा था कि आखिर गलती कहा हो रही है जिससे उसके चुनाव में बाधा हो रही है।।

 

हर बार कुछ अंको से वो पीछे रह जाती और जो दोस्त उसके पीछे से तयारी कर रहे थे उसका चुनाव हो रहा था। वक़्त बीतता ही चला जा रहा था और ऐसे में उसकी तबीयत भी बिगड़ने लगी।।

 

तबीयत खराब होने की वजह से उसे डॉक्टर ने सख्त हिदायत दी थी कि ज्यादा सोचना नहीं है,ना ही ज्यादा बात करना जितना हो सके उसे आराम की जरूरत थी।।

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पर बेचैन दिल कहा इन सारी हिदायतों को मानता है।

अच्छा बुरा सब कुछ लिखने की आदत रही है माधुरी को,वो अक्सर अपने बीते हुए कल को और अपनी सोच को पन्नों पे लिखा करती थी।।

 

वक़्त के इस रफ्तार में कुछ दिनों के लिए वो भूल ही गई थी,की उसे लिखना भी पसंद है।। और डॉक्टर ने तो मना किया ही था उसे सोचने से.. तो बस आज फिर उसने अपनी डायरी निकली और लिखना सुरु किया।।

 

लिखते लिखते उसे अहसास हुआ कि शायद उसे लिखने कि कला ही सरस्वती माता  ने दी है..,जिसे समझने में शायद उससे कोई गलती ही गई थी।।

 

माधुरी जब दसवीं में पढ़ रही थी तब उसके मैथ्स के शिक्षक ने मेडिकल परीक्षा नीट के बारे में बताया था ।तब माधुरी बहुत ना समझ और छोटी थी ,उसे ये समझ नहीं थी कि मेडिकलं परीक्षा उसके लिए है जिसे पढ़ना पसंद है ,जो दूसरो को जीवन देने की इच्छा रखता है।।

 

माधुरी को भगवान ने लिखने का हुनर दिया था।।और ये समझने में उसने 6 छे साल लगा दिए।।

माधुरी ने पहली बार एक लेख लिखी थी जब वो नवमी में थी और वो उसके दोस्तो को बहुत पसंद आई थी।

 

पर वो कहते है ना देर आए दुरुसत आए ,आए तो..।।

आज माधुरी ने अपनी एक कहानी लिखी है और लोगों को भी सुनती है,जिससे लोग भी ये बात समझ पा रहे है ।उसकी लिखी कहानियां लोगो को पसंद आ रही हैं।

 

और अब वो खुश के साथ साथ दूसरो को भी प्रेरित करती है।।

 

सीख इस कहानी से :-  (real life inspiring stories that touched heart in hindi | दुनिया पागलों ने बदली है )

1. हमे कभी किसी की कॉपी नहीं करनी चाहिए..क्यूंकि भगवान ने सबको अलग बनाया है ,सबकी काबिलियत अलग है।।

2. कभी खुद को दूसरो से कम ना समझे , जिस चीज में आपके दोस्तो या परिवार के सदस्य को सफलता मिली है ज़रूरी नहीं की आपको भी उसी से मिले। निराश होने से अच्छा हैं उस पर विचार करे और आगे बढ़े।।

3.खुद के लिए वक़्त निकालो ,खुद को वक़्त दो और सोचो की भगवान ने तुम्हे को सी काबिलियत दी है और तब भविष्य का फैसला करो।।

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