इसरो वैज्ञानिक नंबी नारायणन का जीवन परिचय, जन्म, उम्र, परिवार, पत्नी, नासा, केस, जासूसी का आरोप, बायोपिक फिल्म | ISRO Scientist Nambi Narayanan Biography in Hindi [Birth Date, Age, Place, Family, NASA, Case Awards, Controversy, Biographical Movie]
Nambi Narayanan Biography in Hindi: नम्बी नारायणन की बात होते ही मन में एक देश भक्त का चेहरा उमड़ता है है। लेकिन, इनकी देशभक्ति पर कई सवाल और पुलिस के डंडे भी पड़े थे। लेकिन, सच तो सच होता है, छुप नही सकता। एक्टर, डायरेक्टर और लेखक आर माधवन ने अपनी मूवी “रॉकेटरी” में नम्बी नारायणन का रोल प्ले किया है। और आज हम Nambi Narayanan Biography in Hindi , की बात करेंगे।
नंबी नारायणन भारत के एक उच्च और सच्चे वैज्ञानिक रह चुके है। इन्होंने ISRO में अपना पूरा योगदान दिया है। इनकी काबिलियत kr चर्चे यूएसए के नासा तक थी। नंबी नारायण का जीवन परिचय काफी फिल्मों जैसा रहा है, इनकी देश के प्रति निष्ठा पर सवाल भी उठे पर इन्होंने हार नही मानी। Nambi Narayanan का विजन काफी बड़ा और आगे तक के लिए था। ऐसा कहा जाता है की अगर इनके ऊपर जासूसी और देशद्रोही का झूठा आरोप नही लगा होता तो आज भारत बहुत आगे होता और जिस मंगल मिशन को पूरा होने में 15 साल लगे वो सन् 1994 में ही पूरा हो चुका होता है।
नंबी नारायणन isro के साइंटिस्ट थे और क्रायोजेनिक तकनीक को लाना चाहते थे लेकिन, और दूसरे देश ऐसा कभी नहीं चाहता था और इसलिए इनके ऊपर ये आरोप लगाए गए। आज मैं आपको Biography of Nambi Narayanan in Hindi, बताने जा रही हूं तो इस लेख को अंत तक पढ़े।
Table of Contents
नंबी नारायणन का जन्म, उम्र एवं परिचय (Nambi Narayanan Biography in Hindi, Birth, Age and Introduction)
- पूरा नाम (Full Name) – नंबी एस नारायणन
- जन्म (Birthday) – 12 दिसम्बर 1941
- जन्म स्थान (Birth place) – नागरोकोइल
- उम्र (Age) – 81 साल
- भारत में घर (Hometown) – नागरोकोइल
- व्यवसाय (Profession) – भारतीय वैज्ञानिक
- अन्य नाम (Other Name) – नम्बी
- जन्म स्थान( Birth Place) – केरल, भारत
- शिक्षा (Education ) – मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री
- स्कूल (School ) – डीवीडी हायर सेकेंडरी स्कूल
- कालेज (College) – त्यागराजर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मदुरै
- प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, न्यू जर्सी
- गृह नगर (Home Town) – नागरकोइल, तमिलनाडु
- नागरिकता (Nationality) – भारतीय
- धर्म (Religion) – हिन्दू
- आँखों का रंग (Eye Color) – काला
- बालो का रंग( Hair Color) – काला
- वैवाहिक स्थिति (Marital Status) – विवाहित
- वर्तमान में काम (Present Work) – सेवानिवृत्त
- नेटवर्थ (Networth) – 1.3 करोड़
- बुक (Book) – Ormakalude Bhramanapadham (2017) Ready to Fire : How India and i Survived the ISRO Spy Case (2018)
नंबी नारायणन का जन्म केरल के एक गांव मे नागारोकोइल में हुआ था. इनका नाम भारत के एक सैटेलाइट वैज्ञानिक के रूप में जाना जाता है. नंबी नारायणन इसरो मे क्रायोजेनिक डिवीजन अधिकारी के पद पर काम करते थे. साल 1997 में इन पर भारत की जासूसी करने के आरोप लगे थे, परन्तु सीबीआई की जांच में और सुप्रीम कोर्ट ने 1998 में उन पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया गया और उन्हे बैज़्जत बारी किया गया. आइए Nambi Narayanan Biography in Hindi को विस्तार से जानते है।
नंबी नारायणन का परिवार (Nambi Narayanan Wife and Family)
- माता का नाम – मालूम नही
- पिता का नाम – मालूम नही
- पत्नी का नाम – मीना नारायणन
- बेटे का नाम – संकरा कुमार नारायणन (बिजनेसमैन)
- बेटी का नाम – गीता अरुणन (बेंगलोर में मोंटेसरी टीचर)
नंबी नारायणन की शिक्षा (Nambi Narayanan Education)
नंबी नारायणन का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था और इन्हे बचपन से ही पढ़ाई लिखाई का बहुत शौक था। इन्होंने एम. टेक तक की पढ़ाई की है। इन्होंने अपनी एम टेक की डिग्री तिरूवन्नंपूरम के त्यागराजर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मदुरै प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, न्यू जर्सी, से पूरी की है।
जुलाई 1, 2022 को इनके ऊपर बनी मूवी रॉकेट्री सिनेमा घरों में रिलीज हुई है। उस मूवी से यह पता चलता है की इन्हे यूएसए के स्पेस एजेंसी नासा की तरफ से भी ऑफर आए थे लेकिन, इनकी भक्ति अपने देश के प्रति थी। और उन्होंने यह प्रस्ताव को खारिज कर दिया, लेकिन इनकी काबिलियत को दूसरे देश काफी अच्छे से समझ रहे थे और इसीलिए शायद इनके ऊपर देशद्रोह का जूठा आरोप लगा।
नंबी नारायणन का प्रोफेशनल सफर (Nambi Narayanan ISRO)
इनकी काबिलियत को इनके एक टीचर ने पहचाना और इनको isro के लिए प्रेरित किया। इन्होंने आवेदन किया और इनका सिलेक्शन हो गया। अपने देश के लिए काम करना इनका सबसे बड़ा लक्ष्य था और जिसके लिए सभी चीज करने को तैयार थे। इसरो में इनको क्रायोजेनिक डिवीजन अधिकारी के रूप में कार्य मिला जिसे इन्होंने काफी बखूबी तरीके से निभाया था। आपको बताते चले की पीछे 40 साल में इसरो की तरफ से 65 सेटेलाइट स्पेस में भेजे जा चुके है। और ये सब हो सका है तो हमारे नंबी नारायणन और Dr एपीजे अब्दुल कलाम जी की वजह से।
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नंबी नारायणन को मिला था नासा से बड़ा ऑफ़र (Nambi Narayanan NASA)
Nambi Narayanan Biography in Hindi, अमेरिका के ऐसे कई विज्ञानिक है जो वहां के मूल निवासी नही है। और उसी तरह से इन्ही काबिलियत को देखते हुए नासा ने उन्हे अच्छे पैसे ऑफर किए लेकिन ये तो सच्चे देश प्रेमी थे और इन्होंने उस ऑफर को ना कहकर अपने देश को नई ऊंचाई के तरफ ले जाना चाहा।
नंबी नारायणन पर लगे जासूसी के आरोप (Nambi Narayanan Controversy)
Rocketry मूवी नंबी नारायणन का जीवन परिचय की तरह है। सन् 1994 में नंबी नारायणन भारत के स्पेस एजेंसी को एक नई ऊंचाई पर ले जाना चाहते थे और उस वक्त क्रायोजेनिक तकनीक को सबसे सामने लाना चाहते थे। इसके लिए इन्होंने रसिया जैसे बड़े देश से डील भी कर ली थी जो 263 करोड़ रुपए में तय हुई थी लेकिन इसी डील के लिए रसिया को यूएस ने 965 करोड़ में खरीद लिया और भारत का यह महत्वपूर्ण डील कैंसल हो गया।
उसी वक्त त्रिवंदपुराण से दो औरतों को गिरफ्तार किया गया जिसके पास सेटेलाइट के ब्लूप्रिंट्स थे और उनसे नंबी नारायणन का नाम लिया। उन औरतों का कहना था की यह ब्लूप्रिंट हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान को जाने वाले थे वो भी कुछ चंद पैसे के लिए। और यह ब्लूप्रिंटस उन्हे हमारे इसरो साइंटिस्ट Nambi Narayanan ने दिए थे। जिसकी वजह से उन्हें रातों रात गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, पुलिस के पास कोई ठोस सबूत नहीं थे और ना ही कोई ऐसी गवाह जिससे यह सच साबित हो। इसी के आरोप में उन्हे जेल ले जाया गया।
नंबी नारायणन को टॉर्चर करना –
नारायणन को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद उनके साथ बहुत बुरा सुलूक किया गया था। इन्हे पुलिस हिरासत से इंटेलिजेंस ब्यूरो को ट्रांसफर कर दिया गया था। जहां उन्हें 50 दिनों तक बिना किसी बहुत के हिरासत में रखा गया था। हिरासत में होते हुए उन पर आईबी अधिकारियों के द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इन्हे लगभग 30 घंटे तक खड़ा रखा गया और जब वह गिर गए तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला –
इतने दिन तक हिरासत में लेने के बाद भी कोई सुबूत ना होने की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने जांच की बैठक बुलाई। नंबी नारायणन के घर की तलाशी ली गई लेकिन वहां कुछ भी असामान्य नहीं मिला और यहां तक की भ्रष्टाचार के आरोप के कोई संकेत नहीं मिले।
हालांकि,मामला 1994 में शुरू हुआ था और बाद में कोई सुराग ना मिलने पर इसे सीबीआई को ट्रांसफर किया गया। लेकिन, सीबीआई ने भी 1996 में उन पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद और गलत बताया। जिसके बाद साल 1998 में भारत के सुप्रीम न्यायालय ने उन्हें निर्दोष घोषित किया।
वहीं, उनकी निष्ठा पर सवाल उठाने के बाद भारत ने अपनी गलती मानी और वर्ष 2018 में, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने केरल सरकार को नंबी नारायणन को ₹ 5,000,000 (लगभग US $ 70,000) का मुआवजा देने को कहा, और केरल सरकार ने उन्हे 1 करोड़ 30 लाख का मुआवजा दिया।
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सरकार की मानसिक क्रूरता के सामने यह पैसे कोई मायने नहीं रखते थे फिर भी एक नए सिरे से उन्होंने अपनी जिंदगी की शुरुआत की। इसके बाद कई न्यूज चैनल वालों ने उन्हे अपने चैनल पर बात करने बुलाया जिसमे एक ने सवाल किया था क्या इन सब के पीछे नासा का हाथ था तो नंबी जी ने कहा की शायद ऐसा हो सकता है।
नंबी नारायणन को मिले पद्म भूषण अवार्ड (Nambi Narayanan Award)
नंबी नारायणन जी के रिसर्च का ही असर था की आज भारत इतने आगे है और भी हो सकता था और उसी के लिए उन्हे साल 2019 में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चूका है. यह उनके और उनके परिवार के लिए काफी गर्व की बात है.
नंबी नारायणन की बायोग्राफी (Nambi Narayanan Biography ) –
डॉ.नांबी नारायणन ने अपनी बायोपिक भी लिखी है जो मलयालम भाषा में है जिसका शीर्षक “ओरमकालुडे भ्रामणपदम” है। उनकी इस आत्मकथा का उद्घाटन केरल त्रिवेंद्रम के संसद सदस्य डॉ. शशि थरूर ने किया था।
नंबी नारायणन बायोपिक ‘रॉकेटरी – द नांबी इफेक्ट’ | Nambi Narayanan Biography in Hindi
अभिनेता आर माधवन ने अपनी फिल्म रॉकेट्री – द नांबी इफेक्ट से नंबी नारायणन की जिंदगी के ऊपर बनाई है। इस फिल्म को आर माधवन ने लिखा भी है और डायरेक्ट भी किया है। इस फिल्म में सिमरन और रवि राघवेंद्र भी हैं जो सपोर्टिंग रोल में है। इस फिल्म में नंबी जी के दर्द को दिखाया गया है। लोगो को बहुत पसंद आया है।
रॉकेट्री – द नांबी इफेक्ट रिलीज की तारीख –
यह फिल्म 1 जुलाई 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। आप भी इसे जरूर देखने जाए।
FAQs
Q. नंबी नारायणन का पूरा नाम क्या है?
Ans. नंबी एस नारायणन
Q. Rocketry मूवी किसकी बायोपिक है?
Ans. Nambi Narayanan की
Q. नंबी नारायणन कौन है?
Ans. नंबी नारायणन ISRO के साइंटिस्ट थे और वहां क्रायोजेनिक तकनीक डिपार्टमेंट के हेड थे।
अंतिम कुछ शब्द –
रॉकेट्री, इस मूवी में एक डायलॉग है, “अगर किसी कुत्ते को निकालना हो तो ये बोल दो की वो पागल है, और अगर किसी इंसान को बर्बाद करना हो तो उसे देशद्रोह बोल दो”. नंबी नारायणन के ऊपर देशद्रोह का लगा आरोप आज गलत तो साबित हो चुका है पर, उस गलती की वजह से हमारा देश एक सबसे शक्तिशाली देश के लिस्ट में आने से पिछड़ गया है।
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