Law of Attraction kya hai in Hindi | लॉ ऑफ अट्रैक्शन (आकर्षण के नियम) क्या है? 

Law of Attraction के बारे में हम सबने सुना तो है पर बहुत कम लोग है जिन्हे इसका सही मायने में मतलब पता है और इसे इस्तेमाल कैसे करना है ये समझ आता हो। लॉ ऑफ अट्रैक्शन (गुरुत्वाकर्षण) एक ऐसी तकनीक है जिसका इस्तेमाल करके आप “जो चाहो वो पा सकते हो”. कई लोग ऐसे भी है जो इसको नही मानते तो कई ऐसे है जिन्हे इस पर खुद से ज्यादा भरोसा होता है। वैसे अगर सच की बात की जाए तो Law of Attraction  (Hindi) सच में काम करता है और इसकी मदद से ही कई बड़ी हस्तियां वो कमाल कर गए और कर रहे है जो आपने अपनी जिंदगी में सोचा भी नही होगा।

Law of Attraction kya hai in Hindi/ law of Attraction techniques
Law of Attraction ke niyam kya hai?

दुनिया की ऐसी कोई चीज नहीं, ऐसी कोई धन संपत्ति नही, ऐसा कोई ज्ञान नहीं जो आप नहीं पा सकते। और वो सभी इच्छा लॉ ऑफ अट्रैक्शन के सही इस्तेमाल से पूरी की जा सकती है। बस अगर किसी चीज की कमी है तो वो है आपको इसे सही से समझने की और इसका सही जगह और तरीके से इस्तेमाल करने की।

आपको जान कर हैरानी होगी की महान साइंटिस्ट डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम, एनस्टाइन इत्यादि बड़े और दिग्गज लोगो ने अपनी जिंदगी में इस तकनीक का सही इस्तेमाल करके आज पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ गए है। मुझे पता है आपको भी जानने की उत्सुकता हो रहीं है और आप भी अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा और अलग हट कर करना चाहते है। तो मैं आपको बता दूं ऐसा करना कोई बड़ी बात नहीं, आप भी जरूर कर सकते है। बस कमी है तो इस बात की, आपको इसका सटीक और सही जानकारी हो।

आज मैं आपको लॉ ऑफ अट्रैक्शन (गुरुत्वाकर्षण) क्या है? इसके नियम क्या है, इसका इस्तेमाल अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए कैसे करे? क्या इससे कोई नुकसान भी होता है? लॉ ऑफ अट्रैक्शन कैसे काम करता है? क्या लॉ ऑफ अट्रैक्शन काम करता है? और भी कई सवालों के जवाब इस आर्टिकल में देने वाली हूं। इस एक आर्टिकल से आपकी जिंदगी और दुनिया को देखने का नजरिया बदलने वाला है तो इसे लास्ट तक और पूरा जरूर पढ़े।

Law of Attraction (Hindi) की सबसे खास बात यह है की ये किसी एक ग्रुप या कम्युनिटी के लिए नही बल्कि हर एक इंसान को इससे फायदा होता है। फिर चाहे वो बच्चा हो, बड़े हो, बुजुर्ग हो, महिलाएं हो या पुरुष हो। हर किसी के लिए गुरुत्वाकर्षण एक समान काम करता है। कितने लोगो को ये मिथ्या होती है की क्या एक बच्चा इसका इस्तेमाल करेगा तो काम करेगा या नही। तो जान ले आप की हां, जरूर करेगा। क्योंकि लॉ ऑफ अट्रैक्शन किसी उम्र या लिंग के हिसाब से नही बोले गए शब्दो और सोच के अनुसार काम करता है।

अब ये सवाल उठना लाजमी है की शब्दो और सोच का क्या लेना देना है। हम सबने अपनी जिंदगी में कभी कभी न अपने बड़े बुरुर्गो से एक बात जरूर सुनी होगी और वो ये की “अच्छा बोलो और अच्छा सोचो को अच्छा होगा”. मैं इस बात को एक तरीके से और बताती हूं, एक फिल्म में एक डायलॉग बोली गई है की “अगर हम किसी चीज या वस्तु को या किसी इंसान को पूरे दिल दिमाग से चाहते है तो पूरी कायनात उसे हमसे मिलाने की कोशिश करती है”.

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ये लाइन सिर्फ एक फिल्म का डायलॉग नही बल्कि हमारी और आपकी जिंदगी का सच है जिससे हम अनजान है। और जिसने भी इसे जाना और समझा है वो आज ऊंचाइयों को छू रहा है। उस फिल्म की डायलॉग लॉ ऑफ अट्रैक्शन को ध्यान में रखते हुए लिखा गया है। और ये बात 100% सच है। आइए इसे और विस्तार और अच्छे तरह से जानने की कोशिश करते है।

 

Law of Attraction kya hai in Hindi | लॉ ऑफ अट्रैक्शन

हम हर समय कुछ न कुछ महसूस करते रहते है, और जब हम कुछ महसूस करते है तो एक नए थॉट को जन्म देते है और फिर वो थॉट सोचता है। इसके बाद वो सोच नेचर जिसे हम भ्रमाण्ड या डिवाइन भी कहते है वहां ये एक्सिस्ट करने लगता है। अब जो चीज इस दुनिया में एक्जिस्ट करती है वो फोकस भी जाएगी और फिर वो फीलिंग या वस्तु के थॉट वाइब्रेट करेगी जिससे लॉ ऑफ अट्रैक्शन एक्टिव होगा और फिर वो आपके तरफ अट्रैक्ट होने लगती है।

 

अगर लॉ ऑफ अट्रैक्शन को सिंपल भाषा में समझे तो लॉ ऑफ अट्रैक्शन कहता है जो इंसान जैसा होता है वो अपने जैसे इंसान के तरफ खींचा चला जाता है। ये तो हमने अपने स्कूल और पढ़ाई के डैरन भी पढ़ा है की “लाइक अट्रैक्ट लाइक” ,और यही प्रिंसिपल लॉ ऑफ अट्रैक्शन भी फॉलो करती है।

Law of Attraction के बारे में गौतम बुद्ध ने भी कहा है, ” आज हम जो भी है जैसे भी है वो हमारी आज तक के सोच का परिणाम है”. इसी बात को स्वामी विवेकानंद जी ने अपने शब्दो में कहा है की “हम वो है वो हम अपनी सोच के द्वारा ही है”. इसलिए हम क्या सोचते है और कितना सोचते है इस पर ध्यान रखने के जरूरत है।

 

इसे एग्जांपल से समझते है, आप अपने आस पास, अपने घर या अपने आप को हीं देख लीजिए। हम दोस्ती उनसे करना पसंद करते है जो हमारी तरह हो, हमारी तरह होने का मतलब है हमारी तरह सोचना, पसंद नापसंद मिलना, हमारी तरह माइंडसेट और भी बहुत कुछ। एक बड़े घर का बेटा एक बड़े घर की बेटी से ही दोस्ती करता है। ऐसा बहुत कम ही होता है की कोई न करे, पर ज्यादातर ऐसा ही देखा गया है।

ऐसा इसलिए की हम जैसे होते है वैसे ही लोग अपने आसपास देखना पसंद करते है। मैं यकीन से कह सकती हूं आप भी चाहते होंगे और इसमें कोई बुराई नही है। पृथ्वी पर ग्रेविटी फोर्स लगती है और ये हम सभी जानते है। ऐसे ही और सात यूनिवर्सल लॉ है को इस धरती पर मौजूद है, law of Attraction (in Hindi) भी उसी में शामिल है।

 

लॉ ऑफ अट्रैक्शन एक तरह की मूवमेंट है जो हमारे सबकंशियस माइंड की मदद से हमरी हर इच्छा को पूरी करने की क्षमता रखता है। पैसे की बात हो या कोई पावर की लॉ ऑफ अट्रैक्शन से हर नामुमकिन चीज मुमकिन है। हर एक थॉट एक वाइब्रेशन क्रिएट करता है, और वो वाइब्रेशन आपके थॉट पर काम करती है।

आपको ये जानना बेहद जरूरी है की यह लॉ पॉजिटिव थॉट और नेगेटिव थॉट में किसी प्रकार का डिफरेंस नही समझ पाती है। इसका मतलब यह है की अगर आप किसी चीज की ख्वाहिश रखते है तो आप उसे रियलिटी में अट्रैक्ट करते है। और अगर कोई चीज आपको पसंद नही तो उसे भी अट्रैक्ट करते है। इसलिए हमारी जिंदगी पॉजिटिव बातों का बहुत इंपैक्ट पड़ता है।

ये पॉजिटिव अफरमेशन ही तो हमारी लाइफ के प्रॉब्लम्स को दूर करने और नामुमकिन को मुमकिन करने की क्षमता रखता है। पॉजिटिव अफरमेशन हमारे अनकंशियस(अवचेतन मन) को कॉन्शियसली ट्रेन करता है और उस अफर्मेशन को रियलिटी में बदलने में मदद करता है। लॉ ऑफ अट्रैक्शन की मदद से आप अपने लिमिटेड सोच और नेगेटिव माइंडसेट को दूर कर सकती है।

जब आप लॉ ऑफ अट्रैक्शन पर काम करना शुरू करेंगे तो ऐसा बिलकुल नहीं है कि आप इसे जल्दी और तुरंत ही करने में सफल हो जाएंगे। या ऐसा करते वक्त आपको नेगेटिव थॉट या कुछ बुरा नही आएगा। पर ऐसा लगातार करने के बाद एक समय के बाद आपकी सबकंशियस माइंड ट्रेन हो जाती है और फिर आप किसी भी अफर्मेशन को आफर्म कर सकते है। हम अपनी डिवाइन इटेलिजेंस से डिवाइन को अट्रैक्ट करते है। डिवाइन को कोई भगवान बोलता है तो कोई यूनिवर्स।

 

लॉ ऑफ अट्रैक्शन में पॉजिटिव आफर्मेशन किसे कहते है

जैसा की मैने पहले भी बताया आपको की अगर आप पॉजिटिव बाते बोलते है तो उसे भी अट्रैक्ट करते है और अगर नेगेटिव तो उसे भी अट्रैक्ट करते है। लेकिन, कोई भी इंसान अपनी लाइफ में अच्छा ही चाहता है और इसके लिए आपको पॉजिटिव बाते बोलनी चाहिए।

पॉजिटिव अफर्मेशन का सिंपल मतलब है बोली गई बाते। ये वो “लाइन” होते है जो आप अपनी लाइफ होते हुए देखना चाहते है या चाहते है की आपकी जिंदगी वैसी हो। जैसे की इसे हम ऐसे समझ सकते है, अगर आप लैंबरगिनी कार की इच्छा रखते है तो इसके लिए पॉजिटिव अफर्मेशन ये हो सकता है – “मेरे पास लैंबरगीनी कार है और मैं बहुत खुश हूं”. इस तरह की लाइन को अफर्मेशन कहते है और चुकी ये पॉजिटिव है इसलिए ये पॉजिटिव अफर्मेशन कहलाती है।

 

Law of Attraction कैसे काम करता है | How to use law of Attraction

अब आप जब ये जान गए है की law of Attraction kya hai in Hindi तो आप अपनी लाइफ को कॉन्शियस्ली बेहतर और अच्छा बना सकते है। रोजमर्रा की जिंदगी में होने वाली घटना पर अलग सोच कर उसे बेहतर बना सकते है। उन चीजों के बारे में फोकस हो कर सोचे जिन्हे आप अपनी जिंदगी में चाहते है। अपने इमोशन को मैनेज कर सकते है और उसे अपने फ्यूचर के लिए इस्तेमाल कर सकते है। उन लम्हों और चीज़ों के बारे में सोचे जो आपको अच्छा फील करती है।

इसको करने के लिए कुछ स्टेप्स है जो करने बाद आप और अच्छी तरह से क्लियर हो पाएंगे की आपको क्या चाहिए और क्या नहीं। आईए जानते है Law of Attraction techniques के बारे में:-

1. यूनिवर्स से मांगो (Ask From Universe)

आपको पहले स्टेप में यूनिवर्स से मांगना होगा जो आप चाहते है वो नही जो आप नहीं चाहते। ऐसा हर दिन आपको करना है। अपने थॉट के फॉर्म में अपनी इच्छा को सबकंशियस माइंड को ये रिक्वेस्ट भेजते रहना है। इसमें वो सारी चीज़े आ जाती है जिसके बारे में आप सोचते है, बात करते है, पढ़ते है और जिसे आप अटेंशन देते है। अक्सर ऐसा होता है की हम जिस पर ध्यान देते है वो रैंडम होता है पर डेलीब्रेट नही। हम या आप सिर्फ उस सिचुएशन को रिस्पॉन्स देते है और कुछ नही।

Law of Attraction कहता है की जिस भी चीज को हम अपनी जिंदगी में अट्रैक्ट करते है वो कभी न कभी हमारी अटेंशन, एनर्जी, फोकस, का पात्र होता है। मतलब कभी न कभी हमने उसे इंपोर्टेंस दी होती है जाने या अनजाने में। हम जो भी सोचते है और जिस सोच को यूनिवर्स तक पहुंचते है उसे सिर्फ सोचने की नही बल्कि महसूस करने की भी उतनी ही जरूरत है। ताकि अट्रैक्शन जल्दी और सही तरीके से हो पाए।

शायद आपको कैरियर में बदलाव चाहिए, या अपने पैशन को फॉलो करना चाहते या अपनी जिंदगी में किसी खूबसूरत दिल की लड़की को लाना चाहते या अपने करियर में नई उंचाई पर जाना चाहते है। या कुछ और जिसे आप पाना है। जब ऐसा हो जाएगा तो आप क्या करेंगे, कैसा महसूस करेंगे, किस्से बाते करेंगे, क्या बाते करेंगे, अपनी खुशी को कैसे जाहिर करेंगे, अपने आप को कैसे ट्रीट करेंगे, आपका पूरा दिन कैसे बीतेगा, किसके साथ बीतेगा इत्यादि इन सारी फीलिंग को महसूस करे। जो भी चाहते है और जितना चाहते है उस पर उतना ही फोकस और डेडीकेटेड रहे ना की उन चीजों पर जिन्हे आप नही चाहते।

2. विश्वास करे (Believe)

जो आप चाहते है उस पर भरोसा करे की वो आपको मिल कर रहेगा और फिर एक्शन लेने की बारी है। विश्वास करने का अर्थ यह है की प्यार दिन को कनविक्शन के साथ बिताना और एक सकारात्मक सोच को हवा देते रहना। दिल और दिमाग दोनो में इस तरह की रंजिश आती रहती है की पता नही जो आप चाहते है वो होगा भी या नहीं। तो नही, आपको ऐसा नही करना है। आपको पूरे भरोसे और फिक्स्ड होकर काम करना है।

भरोसा करना इतना आसान नहीं होता है, और एक दिन में ऐसा बिलकुल नहीं होता। बहुत सारे लोग ऐसे भी होते है जिनकी सोच बहुत लिमिटेड होती है और वो पॉजिटिव सोचना ही छोड़ देते है। उन्हे इस बात पर भरोसा नहीं करने देता की उनकी लाइफ में कुछ अच्छा नही हो सकता या ज्यादा खुश होने से डरते है। अगर आप भी ऐसा ही सोचते है तो आज से ही अपने सीमित विश्वास को एक सोच को शक्ल दे और ये सोचे की आप अमीर बनना डिजर्व करते है, आप एक वैल्यूएबल पर्सन है, आप कुछ भी करने की क्षमता रखते है, आप भी प्यार के हकदार है और आपको भी लोग पसंद कर सकते है।

जब आप अपने आप इतना भरोसा करने लगते है तो आपको इन सारी चीजों को पूरा करने के लिए एक्शन लेने की जरूरत है। “एक्शन” लेने का अर्थ है की वो करना जो आपकी डिजायर, अपने सपने को पूरा करने में मदद करेगी। उस काम को करना जिसमे आपको खुशी मिलेगी और वो आपके पहुंच तक आ सकती है। मिरेकल होने शुरू हो जाएंगे बस लॉ ऑफ अट्रैक्शन (गुरुत्वाकर्षण इन हिंदी) अच्छे से समझते जाए।

 

3. रिसीव करना (Receive)

रिसीव करने का अर्थ है यूनिवर्स से जो भी वाइब्रेशन आना उसे रिसीव करना। और खुद वाइब्रेशनल मैच बनना, ताकि डिवाइन से भेजे गए वाइब्रेशन आप तक पहुंच सके।

वाइब्रेशन को मैच करने का सबसे आसान और अच्छा तरीका है दिन में आप हमेशा खुश, अच्छी सोच, एंजॉयमेंट और ग्रैटीट्यूड को दिखाना और साथ ही महसूस करना। अगर ऐसा हर वक्त संभव नहीं है तो इसे प्रैक्टिस करे उस फीलिंग की जब आपको वो चीज मिल जाएगी जिसकी तमन्ना आप रखते है। सोचिए की वो पल कैसा होगा जब आपका जॉब हो जाए और फीलिंग को महसूस करे।

अपनी फीलिंग्स को अपनी सोच बनाए। सोच नेगेटिव भी होती है इसलिए उसे पॉजिटिव बनाते रहे। इसमें थोड़ा वक्त और प्रैक्टिस लगेगा पर अपनी डिजायर को पूरा करने के लिए ये तीन स्टेप करना जरूरी है। अगर आप इन सारे स्टेप्स को अच्छे से करते है तो अब आप चमत्कार की उम्मीद रख सकते है।

 

Law of Attraction से नुकसान होता है?( Is there any disadvantages of law of Attraction)

अगर आपने अभी तक अच्छे से लॉ ऑफ अट्रैक्शन को समझा है तो आपको ये पता चल गया होगा की लॉ ऑफ अट्रैक्शन से फायदा और नुकसान दोनो होते है। अगर आप दिन भर नेगेटिव और गलत ही सोचेंगे तो गलत ही होगा। क्योंकि ये थॉट यूनिवर्स को नेगेटिव वाइब्रेशन भेजेंगे और अनविवर्स उसी वाइब्रेशन के लिए काम करते है।

हमने ऐसा कई बार सुना है की अच्छा सोचेंगे तो अच्छा होगा और बुरा सोचेंगे तो बुरा। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यूनिवर्स नेगेटिव और पॉजिटिव सोचने कोई अंतर नही पाता। और जब आप दिन भर उदास रहते है, किसी पीड़ा के बारे में सोचते है या किसी चीज को खोने का डर होता है तो वो जल्द ही होने की संभावना होती है। तो अगली बार से कुछ भी नेगेटिव सोचने से पहले याद रखे।

 

लॉ ऑफ अट्रैक्शन के नियम क्या है (What are the rules of law of Attraction)

Law of Attraction के नियम, बेहद सिंपल और आसान है। ऊपर मैने जो तीन स्टेप्स बताए है वो बेसिकली लॉ ऑफ अट्रैक्शन के नियम ही है। बस एक बात का ध्यान रखे की इसे प्रैक्टिस करने से पहले सारी नेगेटिविटी अपने दिमाग से निकाल दे और खुले दिल से पॉजिटिव एनर्जी, हैप्पीनेस, सक्सेस को आकर्षित करे। सच में ये लॉ कमाल का है। लॉ ऑफ अट्रैक्शन में कई सारे तकनीक है जिसमे में एक 555 टेक्नीक है जिसे मैं अभी बताने जा रही हूं।

Law of Attraction ke niyam kya hai?
Rules of law of Attraction

555 law of Attraction in Hindi

555 टेक्नीक लॉ ऑफ अट्रैक्शन  का एक पावरफुल मेनिफेस्टेशन और अफर्मेशन टेक्नीक है। इसे 5×55 टेक्नीक भी कहते है। इस टेक्नीक में आप पांच दिनों में वो वाइब्रेशन अपने अवचेतन मन तक कॉन्शियसली पहुंचाते है। इसमें आप एक डेफिनिइट और सिंपल अफर्मेशन बोलते है और उसे मेनिफेस्ट करते है को वो आपको मिल जाए।

555 टेक्नीक काम कैसे करते है (How 5×55 techniques works)

इस टेक्नीक में पहला 5, पांच दिन को दर्शाता नई और 55 इस बात को एक काम कितनी बार हो रहा है।

  • 5 = no. Of days
  • 55 = how many time we need to do it

इस टेक्नीक में 5 को इतना इंपोर्टेंस देने के पीछे एक खास वजह है। 5 अंक पांच दिन को दर्शाता है और यह इसलिए है क्योंकि नंबर पांच हमारी प्रकृति के पांच तत्वों को दर्शाता है और इससे मिलकर ही कोई भी चीज़ बनती है। इस पांच तत्व को पंचमहभूता भी कहते है। और ये पांच तत्व इस प्रकार है – पृथ्वी(earth), जल(water), आग(fire), आकाश(space), और वायु (wind).

न्यूमरोलॉजी की दुनिया में नंबर 55 बहुत ही स्ट्रॉन्ग होता है और पर्सनल पावर को दिखाता है। और ये 55 नंबर किसी भी व्यक्ति के पर्सनल पावर को मैक्सिमम लेबल तक ले जाने का काम करती है। ऐसा इसलिए होता है ताकि ये यूनिवर्स तक आपकी एनर्जी मैच हो सके। और आप अपनी मनपसंद चीज को अट्रैक्ट कर पाए। इस टेक्नीक को करने के लिए कुछ स्टेप है जो आसान है और जिसे करने के बाद आप अपनी डिजायर को, इच्छा को पूरा कर सकते है।

स्टेप 1. आपको क्या चाहिए इस पर क्लियर हो जाएं (Be clear of what you wish for)

सबसे पहले आपको क्लियर होना पड़ेगा की आपको क्या चाहिए अपनी विश के रूप में। क्योंकि जिस चीज को आप दिल से चाहते है वही आपको मिलता है। इसे एग्जांपल की तरह समझे तो ये कह सकते है, की आप किसी आइसक्रीम पार्लर में जाते है और आपको पता होता है की आपको कौन सी आइसक्रीम खानी है। या आप किसी रेस्टोरेंट में जाते है और आप जानते है की आपको क्या ऑर्डर करना है।

 

जिस भी क्षेत्र में जो भी करना है उससे जुड़ी हर बात आपको पता होना चाहिए और आप हर डिटेल जमा कर ले फिर उस पर एक विजन बनाएं। जब तक आप क्लियर नही होंगे कोई इसमें आपकी मदद नही कर सकता। जब आप ऐसे में यूनिवर्स को क्लियर सिग्नल भेजते है तो वो भी आपकी मदद सही कर पाते है।

 

स्टेप 2. अपनी विश को अफर्मेशन में बदले (Converting your wish into an affirmation)

अपनी विश को अफर्मेशन में बदलना इसकी दूसरी प्रक्रिया है। अफर्मेशन छोटे छोटे पॉजिटिव लाइन होते है जिन्हे आप खुद से कहते है ये महसूस करते हुए की वो सच हो गए है और आप उस खुशी को एंजॉय कर रहे है। इसे example से समझते है:- मान लीजिए आपको upsc एग्जाम क्लियर करनी है। तो आपकी एफरमेशन कुछ ऐसा हो सकता है – मैं अपनी upsc में स्लेक्ट हो गई हूं, थैंक यू।

 

इस बात का ध्यान रखे की आप जो अफर्म कर रहे है उसकी सेंटेंस छोटी हो। और उसमे आभार होना प्रकट करे। आभार होना प्रकट करने से इस तेज़ी और बढ़ जाती है। जब आप ऐसे gratitude दिखाते है तो यूनिवर्स को आप बता रहे होते है की आप नई चीज के लिए बिल्कुल तैयार है। यूनिवर्स को थैंक यू बोलना एफर्मेशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है तो आपके एफर्मेशन को और मजबूत बनाती है।

इस बात का ध्यान रखे की जो भी एफरमेशन आप कर रहे है वो अपनी ग्रोथ और अच्छे के लिए करे न किसी से जलन की भावना रख कर या किसी का बुरा सोच कर। वो इसलिए क्योंकि पॉजिटिव विशेज जल्दी पूरा होता है।

एक बार में एक ही एफर्मेशन बोले या लिखे। एक से ज्यादा एफर्मेशन लिखना अच्छा नही होता। ऐसा करने से मिक्स सिग्नल आपके सबकंशियस माइंड में जाता है और आपका दिमाग सही से फोकस नही कर पाता है। साथ ही साथ दिमाग कन्फ्यूज हो जाता है। एक समय पर एक विश पर कमिटेड और फोकस रहे। जब पहली विश पूरी हो जाए या पूरी होने वाली रहे तब आगे की विश पर ध्यान दे।

 

स्टेप 3. अच्छी जगह और समय चुनें ( Choose nice place and time)

इस स्टेप में आपको अपने लिए एक निर्धारित समय और एक अच्छी जगह चुन लेना है। जगह ऐसी हो जहां आपको कोई डिस्टर्ब ना करे। और समय ऐसा होना चाहिए जब आप बिलकुल फ्री हो और अगले पांच दिन तक उस समय में आपको कोई डिस्टर्ब नहीं करे।

जगह कोई भी हो सकता है, जैसे की आपके घर की बालकनी, कोई कोना, कोई टेबल या कुर्सी। कोशिश करे, जगह ऐसी हो जहां आप अच्छा महसूस करते है और खुशी का माहौल रहता है। जहां किसी प्रकार का कोई शोर गुल न हो। ऐसी जगह में आपकी एनर्जी पॉजिटिव रहती है।

 

स्टेप 4. अपनी एफरमेशन को लिखना (Writing Down your Affirmation)

ये स्टेप इस टेक्नीक का इंपोर्टेंट पार्ट है। एक डेयरी या कॉपी और पेन अपने पास रख ले। पेन किसी भी रंग का हो सकता है जैसे, काला, ब्लू, लाल या हरा कोई भी। अब अपनी एफर्मेशन को लिखने की बारी है। मैने पहले ही आपको बताया है की एफरमेशन क्या है और इसे कैसे लिखा जाता है।

लिखते समय बिलकुल शांत और आराम महसूस करे और उसे लिखे। एक बात का खास ध्यान रखे की बिना नंबरिंग किए एफर्मेशन ना लिखे। अगर ऐसा करते है तो इसका कोई मतलब नही है। और इस तरह से अपने affirmation को 55 बार लिखे। लिखने के बाद इस डायरी को अच्छी जगह पर रखे। भरोसा रखे की आपकी विश जरूर पूरी होगी।

विजुअलाइज करे इस एफर्मेशन को लिखते वक्त की वो खुशी महसूस करे की सच में ऐसा हो गया है। अगर ऐसा होता है तो कैसा फील करेंगे यही सोचिए और दिल खोल कर खुश होइए। उस रिएक्शन को महसूस करे जब आप upsc का एग्जाम क्लियर कर लेंगे। अपनी दोस्तो से वो बधाई सुने। ये बहुत जरूरी है की आप विजुलाइज करे।

इस स्टेप में कंप्यूटर का इस्तेमाल ना करे। कंप्यूटर पर वो फीलिंग नही आती जो पेन और पेपर पर आती है। लॉ ऑफ अट्रैक्शन (गुरुत्वाकर्षण) को करने का इससे अच्छा टेक्नीक नही हो सकता।

 

स्टेप 5. विश्वास करे और आगे बढ़े (Believe and move forward)

स्टेप 5, 555 टेक्नीक का जरूरी स्टेप है और इस पर बहुत ध्यान देना है। जब हम लगातार पांच दिनों तक अपनी विश पर काम करते है तो लाजमी है बहुत अटैच फील करते है और हमे दिन भर उसी पर ध्यान रखने लगते है। ऐसा लगता है की जल्दी से हमरी वो विश पूरी हो जाए।

पर आपको ऐसा नहीं करना है। बस आप इस बात पर भरोसा रखे की जो भी आपने विश लिखी है वो जरूर पूरे होंगे। इस पूरी जर्नी में इस बात का ध्यान रखे की law of Attraction में जैसा हम महसूस करते है वैसा ही हम अट्रैक्ट करते है इसलिए खुश रहिए और पॉजिटिव सोचिए। इसके साथ ही अपनी विश से रिलेटेड कोई बात पता चले तो उसे नजरंदाज ना करे और उस पर पूरा ध्यान दे।

अगर आप इसे पूरे भरोसे और पोस्टिविटी के साथ करेंगे तो मैं यकीन से कह सकती हूं आपकी विश जल्द ही पूरी हो जाएगी। ऐसा मैं इसलिए भी कह रही हूं क्योंकि मैं खुद उसे अपनी जिंदगी में सफल होने के लिए अपनाया है।

अंतिम कुछ शब्द:

इसमें कोई दोराय नहीं है, की लॉ ऑफ अट्रैक्शन से हम अपनी हर इच्छा को पूरा कर सकते है।

दोस्तो, आज हमने law of Attraction kya hai in Hindi, लॉ ऑफ अट्रैक्शन (गुरुत्वाकर्षण) कैसे काम करता है, 555 लॉ ऑफ अट्रैक्शन टेक्नीक क्या है। इन बातो पर हमने आज चर्चा की है। आपको ये आर्टिकल कैसी लगी और आपके कितने काम आई ये हमे कमेंट में बता सकते है।

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