IGP Raghavendra Suhas: कर्नाटक राज्य की जनता के लिए उनके देवदूत कहे जाने वाले राघवेंद्र सुहास का जीवन परिचय आज मैं आप सभी को बताने जा रही हूं। वैसे तो हमारे देश के कई आईपीएस अधिकारी है जिन्होंने बहुत अच्छे काम किए है अपने अपने राज्य में, अपने अपने क्षेत्र में। और उन्ही मे से एक है आईजीपी अधिकारी राघवेंद्र सुहास।
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IGP Raghavendra Suhas कौन है?
राघवेंद्र सुहास एक भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी है जो साल 2001 बैच के है। अभी इनकी पोस्टिंग कर्नाटक राज्य में हुई है और वहां यह आंतरिक सुरक्षा प्रभाग के पुलिस महानिरीक्षक के रूप ने कार्य कर रहे है। इन्होंने पूरी निष्ठा से सरकार की सेवा की है।
इन्होंने पहले राजस्थान राज्य में सरकार की सेवा की और पूर्व में भारत सरकार की सेवा भी की है। इन्होंने वित्त विभाग, कानून प्रवर्तन, अनुसन्धान, सार्वजनिक व्यवस्था और शासन में विभिन्न क्षमताओं में सेवा की है। राघवेंद्र सुहास को कर्नाटक की जनता अपना देवदूत कहती है। क्योंकि इन्होंने अपनी जनता जनार्दन के लिए बहुत सारे नवीनतम अच्छे काम किए है जो हम आगे बात करेंगे।
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IGP Raghavendra Suhas का प्रोफेशनल बैकग्राउंड
आईपीएस अधिकारी राघवेंद्र सुहास को बचपन से ही पढ़ने और पढ़ाने का शौक रहा है। इनकी प्रोफेशनल लाइफ औरों के लिए एक प्रेरणा का श्रोत है। इन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अपनी जिंदगी में बहुत कुछ अचीव किया है और लोगो तक अपनी आत्म विचार को पहुंचाते रहते है।
इन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा है, “हमारी उपस्थिति लोगो की जिंदगी में पॉजिटिव बदलाव लाना चाहिए”
Raghavendra Suhas quotes “Our Presence Should Bring Positive Change In The Lives Of People“
राघवेंद्र सुहास ने बैंगलोर के विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद इन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स में फेलो और चार्टर्ड इंजीनियरिंग की। यही नहीं इन्होंने कभी पढ़ना नहीं छोड़ा। यह अभी भी सार्वजनिक वित्त और नीतियों के विषयों पर पीएचडी की पढ़ाई कर रहे है।
राघवेंद्र सुहास अपने पुलिस साथी और जनता को हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते है।और इसके लिए इन्होंने किताबे भी लिखी है। उनमें एक किताब का नाम “बियॉन्ड रेड अलर्ट और सेविंग लाइफ” है। इस किताब में कर्नाटक के उत्तरी क्षेत्र में आने वाली बाढ़ की स्थिति के बारे में बताया गया है। जो कृष्णा नदी बेसिन के पास आई थी।
इस किताब में पुलिस अधिकारीयो के लिए बात कही गई है। यह किताब पुलिस कर्मियों और आम जनता के लिए रेडी रेकनर का काम करती है। क्योंकि ऐसी स्थिति में कोई भी इंसान थोड़ा अस्त व्यस्त हो जाता है, इस परिथिति को समझते हुए आईपीएस अधिकारी राघवेंद्र सुहास ने यह कितबे लिखी। जो वाकई सभी पुलिस कर्मियों और आम जनता के लिए लाभप्रद रहा है।
IGP Raghavendra Suhas को और भी कई सारी चीज़े पसंद है जैसे नेचर फोटोग्राफी, ट्रेकिंग और टीचिंग। अपने खाली समय में, बच्चो को पढ़ाना ये काफी पसंद करते है। इन्हे जब भी मौका मिलता है अपने विचार बच्चो तक पहुंचने की या शिक्षण देने का काम करते है। इनका कहना है की बच्चे कल के नागरिक है। देश को मजबूती से संभालने के लिए अच्छा शिक्षण बहुत जरूरी है।
आईपीएस अधिकारी बनने से पहले इन्होंने और कई कंपनियों में काम किया है जिनके नाम है, R&D Locomotive Company, R & D Automobile Engineering Company इत्यादि, इसके साथ ही इन्होंने Central Revenue Department में भी काम किया है।
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IGP Raghavendra Suhas के द्वारा किए गए अच्छे काम:-
बचाई थी जान 500 नागरिकों और पुलिस कर्मियों की
साल 2018, मई में जयपुर में हुई भीषण धमाके में राघवेंद्र सुहास का हाथ लोगो की जिंदगी बचाने में बड़ा योगदान रहा है। इस धमाके में 68 लोग मारे गए थे, और 270 लोग घायल हो गए थे। आज भी जयपुर के लोगो में यह याद ताजा होंगी, और साथ ही सुहास जी भी। इस विनाशकारी विस्फोट में बहुत सारी पुलिस कर्मि की जान जा सकती थी। लेकिन, ऐसा नही हुआ। पर फिर भी जो भी हुआ और जितने लोगो की जान गई थी वो भी किसी ने नहीं सोचा था। पुलिस प्रशासन के द्वारा नागरिकों के लिए सुरक्षा योजना बनाई गई थी, जो सफल हुई थी। कानून व्यवस्था नियंत्रण में रहा।
उस समय एसपी के पद पर राघवेंद्र सुहास थे। उनका कहना था की, “उस शाम, मैं क्षेत्र गश्त का संचालन कर रहा था और संजय सर्कल के आसपास पुलिस जीप चला रहा था।जब हमने सुना चांदपोल मंदिर से पास विस्फोट हुआ है। हम वहां पहुंचे और एक कार देखी जिसमें चालक और यात्रियों की मौत हो गई थी। रास्ते के ऊपर कुछ लोग घायल हुए थे और कुछ लोग मरे हुए थे। हम हिल गए थे, ”सुहासा याद करते हैं। घायलों की सहायता करते हुए पुलिस ने और धमाकों की बात सुनी।”कुल मिलाकर आठ धमाके हुए जबकि एक बम को डिफ्यूज भी किया गया।”
यह भी सामने आया था की जिसने साजिश की थी उन लोगों ने चांदपोल हनुमान मंदिर में अलग-अलग वक्त के दो बम लगाए थे, और ऐसा इसलिए ताकि ज्यादा से ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़े। उन्होंने यह भी कहा था की, “जब हम लोगों को बचा रहे थे, एक बड़ी भीड़ जमा हो गई थी। कुछ वाहनों को लावारिस छोड़ दिया गया था। एक साइकिल पर एक हरा बैग था जो गिर गया था और निरीक्षण करने पर हमें पता चला कि उसमें एक बम था। इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी।
इससे उस रात 500 से ज्यादा नागरिक और ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी की जान बच गई। उसी जगह पर सेकेंडरी बम रात को 8:30 बजे विस्फोट होने के लिए सेट कर दिया गया था। इसका परिणाम यह हुआ की पुलिस कर्मी को वक्त मिल गया और बम को निष्क्रिय किया गया। सुहास ने यह भी बताया की उन्हे आधी रात तक इस मामले में पहली लीड का पता चल गया था। और जांच के दौरान सारा शहर पुलिस के साथ खड़ा हो गया था।
राघवेंद्र सुहास: जोधपुर की जनता के लिए देवदूत
राघवेंद्र सुहास के काम की वजह से आम जनता ने उन्हे गरीबों का देवदूत माना है।। जोधपुर रेंज आईजी रहते हुए इन्होंने लोगो के हित में और उनके अधिकार के लिए बहुत सारे नवीन प्रयोग किया। आरोपी कितना भी ज्यादा प्रभावशाली क्यों ना हो, वो उन्हे सलाखों के पीछे पहुंचा ही देते है।
यहां इनका कार्यकाल काफी सराहनीय रहा। इनकी वजह से अपराध थमने लगा था। और लोगो की दिलो में जगह बना लिया। जब विदाई हुई वहां से तो आम जनता उन्हे स्टेशन छोड़ने तक आए।इसी तरह पंद्रह साल पहले भी डिग, भरतपुर के कार्यकाल को जनता आज भी याद रखती है। ऐसे ही इनकी कई नियुक्ति होती गई और इन्होंने अच्छे नवीनतम काम जनता के हित में करते गए।
इनकी सबसे बड़ी सफलता में से एक सफलता है जयपुर में हुए ब्लास्ट के आतंकवादी को पकड़ने की। इन्होंने अपनी बुद्धिमता से, और टीम वर्क से उन्हे ढूंढ निकाला था। और इसकी वजह से आम जनता उन्हे एक कामयाब आईपीएस अधिकारी मानते है।
किसी की कटपुटली नही बनने की वजह से इनका तबलदा बहुत जगह होता रहता है। IGP Raghavendra Suhas हमेशा अपने उसूल और कानून के साथ चलते है और सभी के लिए एक समान काम करते है।
यही नहीं, उन्होंने साल 2019 अगस्त, में कर्नाटक में जब मानसून का आगमन हुआ तब वहां भारी वर्षा हुई जो देखते ही देखते भीषण बाढ़ में बदल गया। उस गंभीर परिस्थिति में इन्होंने अपना पूरा योगदान दिया। और हजारों लोगों को बाढ़ से जान बचाया। जिसको जनता बहुत याद करती है। Covid 19 के संदर्भ में भी आम जनता को सुरक्षित रखने , उनको सुविधा देने के लिए इन्होंने नवीनतम प्रयोग किया और जनता को संतुष्टि से रखा। इनका अलग अलग नवीन प्रयोग सरहनीय होकर अन्य क्षेत्र में भी पालन किया गया। इनको “People are my concern” का ध्येय मंशा का पालन करने वाला एक सराहनीय अधिकारी माना जाता है।
अंतिम कुछ बाते
दोस्तो, आपको Who is IGP Raghavendra Suhas?, Biodata | आईपीएस राघवेंद्र सुहास जीवनी, कैसी लगी आप हमे जरूर बताएं। अगर आपको ये पसंद आई है तो इसे Like और Share करना ना भूलें।
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